Wednesday 28 March 2012

मेरे विचार


हमारे पिछडे होने के कई कारण हो सकते है परंतु कुछ मुख्य कारण है- हमारे मे आत्मसम्मान एवं देशभक्ति की कमी, हमारा स्वार्थ, स्वंय के प्रति हिन भावना, अपनी क्षमताओंको न पहचान कर सिर्फ दुसरोंकी नकल करना, अपनी धर्म, संस्कृती और शिक्षा का अनादर करना, धर्म, जाति, मजहब, पंथ के नाम पर आपस मे लडकर समय और धन की बर्बादी करना आदि आदि. यदि आज भी हम अपनी क्षमताओंको पहचान कर इमानदारी से कार्य करे तो दुनिया की कोइ भी शक्ति हमे विश्व की महाशक्ती बनने से नही रोक सकती. इसके लिये जरुरत है एक अच्छे और सच्चे नेतृत्व की जिसे चुनने का अधिकार हमे संविधान ने दिया है परंतु जिसे हम पुरी गंभीरता और इमानदारी से नही निभाते. जिस दिन सारी जनता इस बात को समज जाएगी मान लिजिये उसी दिन से भारत विश्व की महाशक्ती बनने दिशा मे अपना पहला कदम रख देगा और मुझे उम्मीद ही नही अपितु पुरा विश्वास है की आनेवाला कल सुंदर ही नही अतिसुंदर होगा.....आओ हम सब मिलकर इस दिशा मे सार्थक पहल करे...जय हिंद, जय भारत... १७/०३/२०१२

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